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गुरुग्राम में ठगी करने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 4 लड़कियों सहित 11 लोग गिरफ्तार

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गुरुग्राम पुलिस ने एक ऐसे कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है जो ऑनलाइन सेक्शुअल हर्बल दवाइयां बेचने के नाम पर लोगों से ठगी कर रहा था। डूंडाहेड़ा गांव स्थित एक कॉम्प्लेक्स में चल रहे इस ऑफिस से 11 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें 4 युवतियां भी शामिल हैं। आरोपित फेसबुक पेज पर विज्ञापन डालते थे और लोगों को नकली सामान भेजकर ठगते थे।

ऑनलाइन सेक्शुअल हर्बल दवाइयां बेचने के नाम पर ठगी करने वाले एक और कॉल सेंटर का साइबर पुलिस ने पर्दाफाश किया है। साइबर थाना पश्चिम पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर बुधवार को डूंडाहेडा गांव स्थित एक कॉम्प्लेक्स में चल रहे ऑफिस से चार युवतियों समेत 11 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है।

ऑर्डर करने पर भेजते थे नकली सामान

ये आरोपित फेसबुक पेज पर विज्ञापन डालते थे। जब लोग इन्हें फोन कर ऑर्डर देते थे तो ये पैसा लेकर ऑर्डर में नकली सामान भेज देते थे।

आरोपितों की पहचान मुंबई के मालबार हिल रोड निवासी अमनदीप, दिल्ली के महिपालपुर निवासी रणजीत, कापसहेड़ा निवासी राशिका, कुतुब विहार फेस दो निवासी ईशा, बिजवासन निवासी सोनाली, नजफगढ़ निवासी मेघा, बिहार के कटिहार निवासी मोहम्मद कासिम, उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती निवासी प्रत्यूष, प्रतापगढ़ निवासी सुशील, फतेहपुर निवासी बृजेश शर्मा, फिरोजाबाद निवासी अनूप के रूप में की गई।

दी-वैदिक आयुर्वेदिक के नाम बना रखा था पेज

आरोपितों के विरुद्ध साइबर थाने में धोखाधड़ी से संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया। पूछताछ में पता चला कि अमनदीप यहां डीएलएफ फेस तीन में रहता है। अमनदीप व रणजीत इस कॉल सेंटर के संचालक हैं।

अन्य आरोपितों को इन्होंने काम पर रखा हुआ था। इन्होंने स्व. डॉ. राजीव दीक्षित के नाम से हर्बल सेक्शुअल दवाइयां ऑनलाइन बेचने के लिए फेसबुक पर दी-वैदिक आयुर्वेदिक के नाम से पेज बनाया हुआ था। इस पर ये लोग दवाइयों का विज्ञापन डालते थे।

जब लोग विज्ञापन में दिए हुए नंबरों पर संपर्क करते थे या फेसबुक पेज पर डिटेल डालते थे तो ये उन लोगों से ऑर्डर लेकर पैसे यूपीआई के माध्यम से अलग-अलग बैंक खातों में डलवा लेते थे। इसके बाद या तो लोगों के पास नकली सामान भेजा जाता था, या फिर उनके फोन उठाने बंद कर दिए जाते थे।

10 महीनों से संचालित हो रहा था कॉल सेंटर

पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपित पिछले 9 से 10 महीनों से यह कॉल सेंटर संचालित कर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। संचालक काम पर रखे गए अन्य आरोपितों को 18 से 20 हजार रुपये की सैलरी और ज्यादा सेल करने पर बोनस भी भी देते थे। कॉल सेंटर से दो लैपटॉप, चार मोबाइल फोन व दवाइयां बरामद की गईं।

पार्ट टाइम जॉब के नाम पर हो सकती है ठगी, रहें सावधान

पार्ट टाइम जॉब के अवसरों की जांच करें और सुनिश्चित करें कि वे वास्तविक और विश्वसनीय हैं।

अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि आपका नाम, पता, फोन नंबर और बैंक खाता विवरण किसी भी अज्ञात व्यक्ति या वेबसाइट के साथ साझा न करें।

यदि कोई व्यक्ति या वेबसाइट आपको पार्ट टाइम जाब के अवसर के लिए पैसे की मांग करता है तो सावधान रहें और इसे साइबर ठगी का एक संकेत मानें।

सोशल मीडिया पर पार्ट टाइम जॉब के अवसरों के बारे में सावधान रहें और अज्ञात व्यक्तियों या वेबसाइट्स के साथ जुड़ने से पहले सावधानी से विचार करें।

होटल की रेटिंग का दिया काम और कर ली 20 हजार की ठगी

उधर, एक अन्य मामले में साइबर ठगों ने गुरुग्राम निवासी एक महिला को पार्ट टाइम ऑनलाइन जाब देने का झांसा देकर उससे 20 हजार रुपये की ठगी की ली। ठगों ने महिला को ऑनलाइन होटलों को रेटिंग देने का काम दिया था। महिला ने साइबर थाना ईस्ट में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है।

सेक्टर 48 निवासी शिवानी सागर ने शिकायत में कहा कि चार जनवरी को लैंडलाइन नंबर पर फोन आया। फोन करने वाले ने पार्ट टाइम ऑनलाइन जॉब का झांसा दिया। कहा कि उन्हें ऑनलाइन होटलों की रेटिंग करने पर पैसे मिलेंगे। शुरुआत में महिला को दो सौ रुपये दिए गए।

टेलीग्राम ऐप पर एक ग्रुप से जोड़कर टास्क के नाम पर उनसे रुपये भी जमा कराए गए। इस पर उन्हें कुछ लाभ दिया गया। जब उन्होंने मोटी राशि जमा कर दी तो रुपये होल्ड कर दिए गए। उनसे 45 हजार रुपये और जमा करने के लिए कहा गया। इस पर उन्हें धोखाधड़ी का अहसास हुआ। साइबर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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